सोमवार, 19 अगस्त 2013

लाखों तारे आसमां में, एक मगर ढूँढे ना मिला !

गीतकार : हसरत जयपुरी, गायक : लता - मुकेश, संगीतकार : शंकर जयकिशन, चित्रपट : हरियाली और रास्ता - 1962 / Lyricist : Hasrat Jaipuri, Singer : Lata Mangeshkar - Mukesh, Music Director : Shankar Jaikishan, Movie : Hariyaali Aur Rasta - 1962

लाखों तारे आसमां में, एक मगर ढूँढे ना मिला
देख के दुनिया की दिवाली, दिल मेरा चुपचाप जला

किस्मत का हैं नाम मगर, काम हैं ये दुनिया वालों का
फूँक दिया हैं चमन हमारे ख़्वाबों और खयालों का
जी करता हैं खुद ही घोंट दें, अपने अरमानों का गला

सौ-सौ सदियों से लम्बी ये ग़म की रात नहीं ढलती
इस अंधियारें के आगे अब ऐ दिल एक नहीं चलती
हँसते ही लुट गई चाँदनी, और उठते ही चाँद ढला

मौत हैं बेहतर इस हालत से, नाम हैं जिसका मजबूरी
कौन मुसाफ़िर तय कर पाया, दिल से दिल की ये दूरी
काँटों ही काँटों से गुज़रा, जो राही इस राह चला 

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